Friday 2 September 2016

Holi Safety Tips in Hindi: Tyohar Banaye Suraksha Ke Sath

 Holi Safety Tips in Hindi: Tyohar Banaye Suraksha Ke Sath

holi safety tips in hindi

मार्च महीने के शुरू होते ही हम होली 2016 का इंतेजर कर रहे है. लेकिन अब इंतेजर के पल ख़तम ही हुए समझो. 2 दिन के बाद आप अपने पसंदीदा त्योहार होली के रंगो का मज़ा उठा पाएँगे. होली वसंत ऋतु मई मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतिया त्योहार है. यह परवा हिंदू पांचग के अनुसार फाल्गुन माज़ की पूर्णिमा के दिन मनाया  जाता है.

होली को रंगो का त्योहार कहा जाता है. यह परवा पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है. प्रमुख रूप से इसे भारत और नेपाल मई लोग ज़्यादा मानते है.

इश्स त्योहार पर हर जगह रंगो की बोचर होती है. यह दिन हर किसी के लिए आनंद दायक होता है. हम इश्स दिन रंगो को खेलने मई इतने मगन हो जाते है की हमे किसी भी चीज़ का ध्यान नही रहता है. क्योकि उस एक दिन की ख़ुसी हमे कई दिन की परेशानी दे देती है.

डराहसाल होली के दौरान हम जिन केमिकल्स का प्रयोग करते है. वो हमारी त्वचा को बुरी तरह शतिग्रस्त कर देते है. इनसे बालो को भी काफ़ी नुकसान पहुचता है. इसलिए थोड़ी सुरख़्शा बरतना भी ज़रूरी है. आइए जानते है Holi Safety Tips in Hindi.


holi safety tips in hindiहोली खेलने के एक दिन पहले रात को ही त्वचा की मालिश कर लीजिए. इसके लिए आप कोई भी तेल जैसे की नारियल, बादाम या जैतून का तेल प्रयोग कर सकते है. इसके अतिरिक्त यदि आप दूसरे दिन भी होली खेलने जाते है तब भी त्वचा पर तेल लगाकर ही जाए. इससे होली के रंग आपकी त्वचा पर जाम नही पाएँगे.

कुछ लोगो को तेल लगाना पसंद नही होता है और इश्स चक्कर मई वो अपनी त्वचा का नुकसान होने देते है. यदि आपके साथ भी कुछ यही स्तिति है तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल करे. होली खेलने जाने से पहले घर से 20 स्प्फ युक्त सनस्क्रीन लगाकर निकले. इससे आपकी त्वचा पर रंगो का असर नही होगा और नहाते वक्त रंग आसानी से निकल जाएगा.


खुजली होने पर(Khujli Hone Par): होली के दिन जो रंग इस्तेमाल किए जाते है उनमे ख़तरनाक केमिकल्स और ओक्षहइीडेस होते है. यह रंग आपकी त्वचा के साथ साथ आपके स्वास्थ्या पर भी विपरीत प्रभाव डालते है. होली खेलने के बाद यदि आपकी त्वचा पर खुजली आदि की समस्या हो रही हो तो एक मग मई पानी लीजिए और उसमे 2 चम्मच सिरका डाले. फिर इश्स पानी को त्वचा पर लगाए. इससे आपकी खुजली बंद हो जाएगी. यदि इससे भी कोई असर नही पढ़ता है तो इसका मतलब आपको स्किन आलर्जी है आएसए मई बिना देर किए डॉक्टर को दिखना बेहतर होगा.

त्वचा का रंग कला पड़ने पर(Twacha Ka Rang Kala Padne Par): कुछ लोगो को होली खेलने के बाद उसका रंग तो उतार जाता है लेकिन उनका चेहरा कला पद जाता है. आएसए मई अपनी त्वचा का रंग पहले की तरह करने के लिए ककचे दूध मई हल्दी और बेसन मिलकर इसका फसेपकक लगाए. एक हफ्ते मई आपका रंग ठीक हो जाएगा. जिन लोगो को त्वचा तेलिया है वो लोग दही मई नींबू और बेसन मिलकर फसेपकक लगाए.

होली खेलने के बाद अगर आपकी त्वचा रूखी और बेजान हो गयी है तो स्किन केर के लिए मलाई मई हल्दी मिलकर त्वचा पर मसाज करे. इसके अलावा आप दही मई शहद और हल्दी मिलकर भी मसाज कर सकते है इसके बाद त्वचा को धो ले.

आँखो का ख़याल रखे(Aankho Ka Khayal Rakhe)

होली के वक्त आपके आँखो का ख़याल भी रखना ज़रूरी है. यदि आपके आँखो मई गुलाल, अबीर आदि चले जाए तो उसे तुरंत पानी से धोए. क्योकि इनमे मौजूद पटासीयम डिचरोमते नमक हानिकारक रसायन आँखो को काफ़ी नुकासं पहुचा सकता है. इसलिए आँखो को रगडे नही. ज़्यादा जलन और छुंभन होने पर बिना देर किए डॉक्टर को धीखाए.

holy safety tips in hindi


कपड़ो का चुनाव(Kapdo Ka Chunav)

होली के दीनो मई लोग हम पर बहुत सारा पानी डालते है. आएसए मई यदि आपने हल्के रंग के या फिर सफेद रंग के कपड़े पहने हो तो उससे कपड़े पारदर्शी दिखने लगता है. जिससे आपको सबके सामने शर्मिंदगी का शामना करना पढ़ सकता है. इसलिए थोड़े मोटे और गहरे रंग के कपड़ो का ही इस्तेमाल करे.

इसके अतिरिक्त अपने बाकचो का भी ख़याल रखे. आएसए दीनो मई कुछ लोगो की गंदी नज़र आपके बाकचो पर भी रहती है. बहुत से लोग रंग लगाने के बहाने आपके बाकचो को ग़लत तरीके से च्छुटे है. इसलिए मा अपने बाकचो का इश्स दिन स्पेशली यदि आपकी लड़की हो तो उसका ख़याल रखे. उन्हे पहले से ही समझड़े की आपके आसपास ही रहे. और बेहतर होगा की यदि आप आपके बाकचो को ग़लत तरीके से च्छुने के बारे मई सिक्षा देदे. इससे वो अपनी आत्मा रक्षा स्वयं कर सकेंगे.

बालो की देखभाल(Baalo Ki Dekhbhal)


होली वेल दिन बालो से रंगो को दूर करने के लिए यदि आप शॅमपू का इस्तेमाल करते है तो इतनी आसानी से आपके बालो का रंग नही उतरेगा. इसलिए बालो मई शॅमपू लगाने से पहले बेहतर होगा की आप पहले गुनगुने पानी से बालो को धो ले. इससे आपके बालो को नुकसान कम होगा. इसके अलावा होली की सुबह 4 चम्मच मेथी के बीज भिगोने के बाद दही और अंडे की जर्दी मिलकर अपने बालो के लाइ पॅक तैयार कर ले.


होली के दिन जब आप नहाने लगे तब इश्स पॅक को 30 मिनिट तक अपने बालो मई लगाकर रखे. उसके बाद शॅमपू से धो ले. यह पॅक होली वेल दिन आपके बालो को काफ़ी हद तक नुकसान से बचा सकता है. आप अपने कंडीशनिंग को और अक्चा बनाने ले लिए शहद और जैतून का तेल भी प्रयोग कर सकते है.

color girl

प्रकरातिक रंगो का इस्तेमाल करे(Prakratik Rango Ka Istemal Kare)

जब होली कलर के हानिकरर्क दुष्प्रभाव का हमे पता चल गया है तो क्यो ना हम बाहर मिलने वेल रसायनिक प्रकरातिक रंगो का ही इस्तेमाल करे. आप आएसए रंगो का चुनाव करे जिससे सेहत को किसी तरह की समस्या ना हो. आइए जाने प्रकरातिक रंग कैसे बनाए जा सकते है.

  • हरा रंग बनाने के लिए मेहन्दी के पत्तो को सूखा लीजिए. फिर इन्न पत्तो को पीसकर गीला कर ले. आपका हरा रंग तैयार है. ध्यान रहे यहा हम हाथो पर लगाने वाली हरी मेहन्दी की बात कर रहे है.
  • लाल रंग को बनाना तो बेहद ही आसान है. बस चुकूंडर के छ्होटे छ्होटे टुकड़े कर लीजिए. और रात भर इन टुकड़ो को पानी मई भीगा दीजिए. फिर सुबह पानी को च्चन ले. एक चुकूंडर से आप बहुत सारा लाल रंग बना सकते है. लाल रंग के लिए आप लाल चंदन पाउडर भी इस्तेमाल कर सकती है.
  • हल्दी मई बेसन डाल दे. फिर इश्स मिश्रण को गेंदे के फुलो से पानी मिला ले और इश्स मिशरण को उबाल कर च्चन ले. आपका पीले कलर का गीला रंग तैयार है.
 
प्रकरातिक रंगो से मिलने वेल फयडे( Prakratik Rango Se Milne Wale Fayde)
  • प्रकरातिक रंगो को इस्तेमाल करने का फयडा यह है की आप होली का मज़ा भी ले पाएँगे और आपको किसी तरह का कोई नुकसान नही होगा.
  • रसेयनिक रंगो से बालो का गिरना और डॅंडरफ आदि की समस्या होती है. जबकि अर्बॅल रंगो से आएसा कुछ नही होता है.
  • बाहर मिलने वेल सिंतेटिक रंगो से होली खेलने पर आपको आलर्जी हो सकती है. जिसके वजह से त्वचा पर जलन, खुजली आदि हो सकती है. लेकिन प्रकरातिक रंगो के इस्तेमाल से आएसा कुछ नही होता है.


उपर आपने जाना होली सेफ्टी टिप्स इन हिन्दी. तो इश्स होली मई जी भर के मज़े लीजिए. बस सावधानी का प्रयोग करते हुए. होली खेलने से पहले अपने बालो मई तेल से मसाज करे. बालो को बाँध कर रखे. और हो सके तो बालो को धक कर रखे. इसके अतिरिक्त रंग खेलते वक्त किसी भी तरह की ज्वेलरी नही पहने. क्योकि होली की मस्ती मई आपके गहने खोने का भी दर रहता है और इससे आपको छ्होट भी लग सकती है.