Friday 2 September 2016

What is Pigmentation in Hindi – Twacha Ki Samanya Samasya

What is Pigmentation in Hindi – Twacha Ki Samanya Samasya
चेहरे पर दिखने वाली झाइया त्वचा का विकार है जिसमे त्वचा के कुछ हिस्से गहरे रंग के हो जाते है. क्यूकी इन्न भागो मई मेलनिन का सबसे ज़्यादा उत्पादन होता है. झाइया या फिर कहे त्वचा की रंगत से अलग दाग धब्बो को Pigmentation कहते है.
 What is Pigmentation in Hindi – Twacha Ki Samanya Samasya

यह समस्या चेहरे, गर्दन और नाक पर ज़्यादा देखने को मिलती है. उमरा बढ़ने के साथ साथ यह परेशानी बढ़ती जानती है जो की चेहरे की सुंदरता को च्चीं लेती है.

इसके होने के कई कारण है तेज धूप मई बाहर निकलना, रक्त का सॉफ ना होना आदि. कई बार हॉर्मोनल बदलाव या फिर बीमारियो के कारण भी यह चेहरे पर यह त्वचा की समस्या हो जाती है.

इससे निजात पाने के लिए चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए ताकि आप आपकी खोई हुई खूबसूरती को वापस पा सके. इश्स समस्या को विस्तार से जानने के लिए पढ़िए वॉट इस पिगमेंटेशन इन हिन्दी.

पिगमेंटेशन क्या है?(Pigmentation Kya Hai?)

कई बार मेलनिन का स्ट्राव विक्रत रूप से होता है, जैसे कई बार यह ज़्यादा निकलता है और कई बार यह कम निकलता है. इसी को पिगमेंटेशन कहते है, जिसके चलते चेहरे पर काले धब्बे हो जाते है.


  • इश्स अवस्था मई त्वच साधारण त्वचा से हल्की या गहरी रंग की दिखाई देती है.
  • कई बार यह महिलाओ मई गर्भवस्था के दौरान हो जाती है.
  • त्वचा के धूप से झुलस जाने पर भी पिगमेंटेशन हो जाता है.
  • ज़्यादा तनाव लेने पर हॉर्मोन्स के असंतुलन के कारण त्वचा मई मेलनिन का उदपदन बाद जाता है और पिगमेंटेशन होने लगता है.

Pigmentation Problems
  • मेलासामा(Melasama)

यह एक तरह का स्किन पिगमेंटेशन है जो त्वचा पर टन और भूरे रंग के दाग धब्बो के रूप मई दिखाई देता है. मेलासामा का शिकार अधिकतर गर्भवती महिलाए होती है.

  1. ख़ासकर यह माथे, गाल, होतो के उपरी भाग, नाक, और थोड़ी पर होते है.
  2. गर्भावस्था के बाद अधिकार मामलो मई यह त्वचा से अपने आप हट जाती है.
  3. महिलाओ मई रजनोवरती भी इसका एक कारण हो सकता है.
  4. गार्ब निरोधक गोलिया का सेवन करने वाली महिलाओ मई भी यह देखने को मिलता है.
  5. पुरुष भी मेलासामा का शिकार हो सकते है और उनमे यह विकार पोशाक तत्वो की कमी के कारण होता है.

  • वितिलीगो (Vitiligo)

वितिलीगो एक ऐसी अवस्था है जब शरीर का पाचन तंतरा पिगमेंट कोशिकाओ पर हमला कर देता है, जिसके परिणाम स्वरूप पिगमेंट कोशिकाए चिकनी होकर ख़तम होने लग जाती है और त्वचा के यहा सफेद दाग बनने लगते है.

  1. यह ज़्यादातर मूह, आँख और हाथ के पीछे हो सकता है.
  2. कुछ लोगो को यह पूरे शरीर पर दिखने लगता है.
  3. वितिल्गो आपके शरीर पर तब होता है जब आपका पाचन तंतरा ठीक नही है.
  4. किसी बीमारी जैसे मधुमेह, अनेमिया, और थिराइड की बीमारी से पीड़ित होने पर भी इसकी समस्या हो सकती है.
  • ऑलबिनाइसम(Albinism)

ऑलबिनाइसम अनुवशिकता के कारण होता है जिससे मेलनिन त्वचा पर दिखाई ही नही देता. यह त्वचा, बाल और आँखो मई घटित होती है. दुर्भाग्यवश इश्स बीमारी का कोई इलाज अभी तक न्ही मिला है सिर्फ़ इसे घरेलू उपचार के द्वारा ठीक किया जा सकता है.

  1. जिन भी वयक्ति को ऑलबिनाइसम है उन्हे सनस्क्रीन ज़रूर लगाना चाहिए.
  2. इश्स अवस्था मई त्वचा के सूरज की किरानो से संपर्क मई आने से स्किन कॅन्सर का ख़तरा रहता है.

  • हाइपर पिगमेंटेशन(Hyper pigmentation)

हयपेरपिगमेंटत्िओं की समस्या किसी भी तरह की छ्होट लगने के बाद ही दिखाई देती है. जब चेहरे पर आक्नी की समस्या या अन्या किसी और प्रकार का घाव होता है उसके बाद यह ज़्यादा उभर के सामने आती है. हयपेरपिगमेंटत्िओं ओं फेस के कई कारण है जैसे:-

  1. सूरज की किर्णो से त्वचा का ज़्यादा संपर्क
  2. अनुवांशिकता
  3. हॉर्मोन्स मई परिवर्तन
  4. कुछ दवाओ के सेवन से जैसे आंटिबयाटिक्स या हॉर्मोने उपचार की दवाई
  5. त्वचा मई जलन या अन्या समस्याए जैसे की मुहासे
उपर आपने जाना वॉट इस पिगमेंटेशन इन हिन्दी और उसके प्रकार. यह बहुत ही सामानया सा विकार है जो त्वचा पर काले निशान के रूप मई पाया जाते है. इन्हे ठीक करने के लिए आप घरेलू उपचार की सहायता ले सकते है या त्वचा के चिकित्सक को धीखा सकते है.